रिस्क लेना होगा || RISK Best motivation speech in hindi

रिस्क लेना होगा

|| RISK Best motivation speech in hindi ||

Read carefully...

This will change your Life.

     हाथ में गवर्मेंट जॉब है ये सोचकर एमएस धोनी ने खड़कपुर इस्टेसन से वो ट्रैन नहीं पकड़ी होती, तो शायद ही आज कोई एमएस धोनी को जानता।


     दोस्तों आज मै आप लोगो का जो रिस्क लेने का जो डर है उस डर को जड़ से हटा दूंगा बस रिक्वेस्ट है की आप इस आर्टिकल को आखिर लाइन तक जरूर पढ़ना।

     रिस्क आपके और आपके सपनो के बिच की एकलौती दिवार है। दोस्तों अपने दिल पर हाथ रखकर खुद से एक बात पूछना की जो भी जिंदगी तुम आज जी रहे हो क्या तुम उससे खुश हो ? क्या तुम्हारे सारे सपने पुरे हो चुके है ? अगर इन सारे सवालों का जवाब हाँ है, तो मै बोलता हु आपको रिस्क लेने की कोई जरूरत नहीं है। पर इसका जवाब ना है तो दोस्त तुम गलती कर रहे हो। 

     तुम्हे रिस्क लेना होगा। हार भी गए तो एक सेटिस्फेक्शन तो होगा। की मैने ट्राई तो किया। और अगर जित गए तो तुम, तुम्हारी ड्रीम लाइफ जियोगे।


     हम रिस्क लेने से डरते है। हमारी निगेटिव सोच की वजह से। मतलब हम उस काम को करने से पहले ही ये सोच लेते है की अगर मै फेल हो गया तो क्या होगा। और फेल होने का यही डर आपको एक्सट्राऑर्डिनरी से ऑर्डनरी इंसान बना देता है। 
     दोस्तों बचपन में जब हम चलना सिख रहे थे तब हमने रिस्क लिया, पहली बार साइकल सिख रहे थे तब भी हमने रिस्क लिया, पहली बार बाइक चलना सिख रहे थे तब भी हमने रिस्क लिया। हम कई बार गिरे लेकिन हमने गिवअप नहीं किया। इसका नतीजा ये हुआ, की हम ये सब चीजे सिख गए। 

     दोस्तों कोई भी बच्चा पहली बार में चलना नहीं सीखता। कोई भी पहली बार में साइकिल चलाना नहीं सीखता। तो जिंदगी से हम क्यों एक्स्पेक्ट करते है, की पहली ट्राई में ही हम सक्सेसफुल हो जाये। ये तो गलत है ना। 

     सक्सेस के रास्ते में कई बार आप गिरोगे, हारोगे फिर वापिस उसी जोश के साथ खड़े होना। जिस जोश के साथ तुमने बचपन में चलना सीखा था। यकीन मानना यहां पर भी आप एक ना एक दिन सक्सेसफुल हो ही जाओगे।
     दोस्तों हमे रिस्क लेना होगा, क्योकि यही चीज हमारे लिए रास्ता बनायेगी जिससे की हम हमारे सपनो तक पहुच सकते है। जाने अनजाने में हमने आज तक बहुत सारी चीजों में रिस्क लिया है। कुछ चीजों में सक्सेस मिला, तो कई बार हार का सामना भी करना पड़ा। 

     पर दोस्तों अगर आज आप अपने सपनो के लिए रिस्क नहीं लोगे, तो जब आप 60-70 के होंगे तब पछतावा करते बैठोगे। की काश उस टाइम पर मैने थोड़ी हिम्मत करके वो रिस्क लिया होता। तो शायद आज लाइफ कुछ और होती। भले ही आप उसमे फेल हुए होते पर आपके अंदर वो सेटिस्फेक्शन तो रहेगा की एटलीस्ट मैने वो ट्राई तो किया। 

     दोस्तों शायद ये बाते अभी आपके लिए इतनी माइन नहीं रखेंगी। पर किसी बुजुर्ग से ये बात जरूर पूछना। आपको आपका आंसर मिल जायेगा। 


     और दोस्तों रिस्क लेने का मतलब ये नहीं की आप पहली ही अटेम्प में सक्सेस को अपना गुलाम बना लो गे। ऐसे बहुत कम केसेस में होता है। क्योकि पहली बार हम कोई काम करते है तो हमे उसका एक्सपीरिएंस नहीं होता। बहुत सारी चीजे पता नहीं होती। और इसी लिए शुरुआत में कई बार फेलियर को भी एक्सेप्ट करना पड़ता है। 
     पर दोस्त एक बार रिस्क लेने के बाद तुम्हारा काम है हिम्मत नहीं हारना। क्योकि दुनिया का कोई भी बंदा ऐसा नहीं है जो सक्सेसफुल है पर कभी हारा नहीं है। क्योकि दोस्तों हमे इन सक्सेसफुल लोगो के लाइफ का सिर्फ पॉसिटिव पार्ट ही पता होता है। उसके पीछे वो खुद कितनी बार फेल हुआ है कितनी बार टुटा है इस बात का हमें कोई अंदाजा नहीं होता। 

     तो तुम्हारे लाइफ में रिस्क लेने के बाद कोई फेलियर आ रहा है। तो अपने आपको कोई अलग समझने की जरूरत नहीं है, क्योकि सक्सेस को पाने की जिद अंदर है तो वो फेलियर्स भी तुम्हारा कुछ नहीं उखाड़ पाएंगी। और एक दिन तुम भी उन लोगो के बिच अपना नाम लिखवाओगे। बहुत लोग ये कहकर अपने सपनो के लिए रिस्क नहीं लेते, की समय से पहले और किस्मत से ज्यादा किसको मिला है। 

     और वो ये भूल जाते है की अगर वो चाहे तो अपनी किस्मत खुद लिख सकते है। हमारे आस-पास के बहुत सारे लोग तो रिस्क लेने से पहले ही हमे डराने लगते है। हो सकता है उनका वैसा एक्सपीरिएंस हो। पर ये जरूरी नहीं की तुम्हारे साथ भी कुछ ऐसा ही होगा।


     अगर फेल हो जाने के डर से स्टीव जॉब्स, बिल गेट्स के घर वालो ने उन्हें बिज़नेस करने से रोका होता तो क्या आज एप्पल और मैक्रोसॉफ़्ट जैसे बड़ी कम्पनिया हो पाती। I don't think so. 

हमे रिस्क लेना होगा। 
Success चाहिए तो तुम्हें रिस्क लेना होगा। 

THANK YOU

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2 Comments

Thanks for reading...