TOP-20 स्वामी विवेकानंद के सुविचार
Swami Vivekananda ji ke Suvichar in hindi
Read carefully...
This will change your Life.
आपको तो पता ही होगा स्वामी विवेकानंद जी कौन थे। स्वामी जी एक आध्यात्मिक गुरु और समाज सुधारक थे। स्वामी विवेकानंद के कहे गए हर एक वाक्य युवा वर्ग को उत्साह से ओत-प्रोत कर देता है। स्वामी विवेकानंद जी हमेशा से युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे है। स्वामी विवेकानंद ने पुरोहितवाद, ब्राम्हणवाद, धार्मिक कर्मकाण्ड विसंगतियों को दूर करने का अथक कोशिशे किये।जन्म - स्वामी जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में हुआ था। उन्हें बचपन में नरेन्द्र कहकर पुकारते थे। नरेन्द्र बचपन से ही विवेकशील, धैर्यवान थे। स्वामी जी के गुरु रामकृष्ण परमहंस ने ही उनका नाम "स्वामी विवेकानंद " दिया था। उन्होंने समाज के सेवा कार्य हेतु रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
मृत्यु - 04 जुलाई 1902 (आयु 39)
इस लेख में आप स्वामी विवेकानंद के अनमोल सुविचार को जानेंगे। आशा है की आपको ये विचार अच्छे लगेंगे।
( Swami Vivekananda Suvichar in hindi )
1. उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक आपको लक्ष्य प्राप्त ना हो जाये।
2. खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
3. दिल और दिमाग के वकराव में दिल की सुनो।
4. एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकि सब कुछ भूल जाओ।
5. जैसा तुम सोचते हो, वैसे ही बन जाओगे। खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल ही बन जाओगे।
6. जो कुछ भी तुमको कमजोर बनता है : शारीरिक, बौद्धिक या मानसिक उसे जहर की तरह त्याग दो।
7. सच्ची सफलता और आनंद का सबसे बड़ा रहस्य यह है - वह पुरुष या स्त्री जो बदले में कुछ नहीं मांगता। पूर्ण रूप से निःस्वार्थ व्यक्ति, सबसे सफल है।
8. एक विचार लो। उस विचार को अपना जीवन बना लो। उसी एक विचार के बारे में सोचो , उस विचार के सपने देखो, उस विचार को जियो। अपने पुरे शरीर को उस विचार में डूबा दो और बाकी सभी विचार को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है।
9. किसी, जब आपके सामने कोई समस्या न आये - आप सुनिश्चित है की आप गलत मार्ग पर चल रहे है।
10. अपने स्वभाव के प्रति सच्चे होना सबसे बड़ा धर्म है। स्वयं पर विश्वास करो।
11. एक अच्छे चरित्र का निर्माण हजारो बार ठोकर खाने के बाद ही होता है।
12. पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है फिर विरोध होता है और फिर उसे स्वीकार लिया जाता है।
13. जीवन में ज्यादा रिश्ते होना जरूरी नहीं लेकिन रिश्तो तो में जीवन होना बहुत जरूरी है।
14. सत्य को हजारो तरीको से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक तरीका सत्य ही होगा।
15. अपने लक्ष्य को अपनी काबिलियत के स्तर से नीचा न रखे, बल्कि अपने काबिलियत के स्तर को अपने लक्ष्य के जितना बड़ा बनाने की कोशिश करे।
16. उठो मेरे शेरो, इस भ्रम को मिटा दो की तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, ना ही शरीर हो, तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं ब्रह्माण्ड की सारी शक्तिया पहले से हमारी है, वो हम ही है जो अपनी आखो पर हाथ रख लेते है और रोते है, की कितना अंधकार है।
17. जब तक आपको खुद पर भरोसा नहीं होता तब तक आप भगवान पर भरोसा नहीं कर सकते।
18. जो अग्नि हमे गर्मी देती है, हमे नष्ट भी कर सकती है। यह अग्नि का दोष नहीं है।
19. धन्य है वो लोग जिनके शरीर दूसरो की सेवा करने में नष्ट हो जाते है।
20. किसी चीज से डरो मत, तुम अद्धभुत काम करोगे, यह निर्भयता ही है जो क्षण भर में परम् आनंद लाती है।
21. मस्तिष्क की शक्तिया सूर्य की किरणों के समान है, जब वो केन्द्रित होती है , चमक उठती है।
*****
2 Comments
Motivational line.....
ReplyDeleteIn Hindi.......
Swami vivekananda ji was the great.
Great thought of swami vivekananda
ReplyDeleteThanks for reading...